सेवा प्रकल्प संस्थान के कार्य की सबसे छोटी एवम मुख्य इकाई जनजाति ग्राम हैं। जो संगठन के कार्य का आधार है।
उत्तराखंड के 5 जनजाति जिलों में जिला समितियां एवम 5 जिला समितियां एवम 315 ग्रामों में ग्राम समितियां बनी हुई है जो अपने ग्रामों में चलने वाली सामाजिक गतिविधियों को संचालित करती है। सभी प्रकार के सामाजिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आधार यह समितियां ही है , जिनके कार्यकर्ता वैचारिक रूप से संस्थान के साथ जुड़कर अपना तन, मन , धन तीनों प्रकार से सहयोग करते हैं।भारत विविधताओं का देश है। कला और संस्कृति में विविधता इसकी पहचान है। दुनिया की 25% जनजाति भारतवर्ष में निवास करती है, 750 से अधिक जनजातियों वाला जनजाति समाज जिसकी पहचान इसकी वेशभूषा खान-पान , भाषा आदि की विभिन्नताओं में है जो देश का अभिन्न अंग है।
With enthusiastic employees and volunteers, we are ready to support you no matter any time.