संस्था के सभी सेवा एवमं संगठन के कार्य पूर्णतया समाज आधारित है सब्जी प्रकार के संसाधन चाहे वह व्यक्ति के रूप में हो अथवा आर्थिक रूप में समाज से ही संकलित होते है, इसके लिए नगरो में तू में - एक रक्त विचार के आधार पर प्रकल्पों हेतु आर्थिक संसाधन एवम कार्यकर्ता भी नगरो से प्राप्त होते है।
सेवा प्रकल्प संस्थान द्वारा 15 नगरों में कार्य किया जा रहा है। इसमें रुद्रपुर, हल्द्वानी, काशीपुर, सितारगंज, खटीमा, विकासनगर, मेरठ, गाज़ियाबाद, धामपुर, हापुड़, आगरा एवमं फिरोजाबाद आदि नगर प्रमुख है।
वन यात्रा नगरीय कार्य को दिशा देने एवं नगरीय बंधुओ के मन मे जनजाति के प्रति भाव जागरण के लिए एक सशक्त माध्यम है, जिससे नगरीय बंधु प्रत्यक्ष जनजाति के बीच चलने वाले प्रकल्पों को भी देखे एवमं वहाँ की परिस्थितियों को भी भलीभाँति जान सके। जनजाति सेवा के इस विचार को नगरो में पहुचाने के लिए वर्ष भर अनेक कार्यक्रमो का आयोजन संस्थान द्वारा किया जाता है।
कार्यकर्ताओं की क्षमता बढ़ाने के लिए प्रति वर्ष 2 दिन का प्रान्त स्तर पर प्रशिक्षण भी आयोजित किया जाता है।
भारत विविधताओं का देश है। कला और संस्कृति में विविधता इसकी पहचान है। दुनिया की 25% जनजाति भारतवर्ष में निवास करती है, 750 से अधिक जनजातियों वाला जनजाति समाज जिसकी पहचान इसकी वेशभूषा खान-पान , भाषा आदि की विभिन्नताओं में है जो देश का अभिन्न अंग है।
With enthusiastic employees and volunteers, we are ready to support you no matter any time.